मोदीनगर। मुल्तानीमल मोदी पीजी काॅलिज में शोध परियोजनाओं, शोध कार्य, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीयस्तर पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
एमएम पीजी काॅलिज सभागार में आयोजित अन्तर अनुशासनिक अनुसंधान के नए आयाम विषय पर राष्ट्रीय सेमीनार में हिस्सा लेने पंहुचे बतौर मुख्य अतिथि भारतीय इतिहास अुनसंधान परिषद् दिल्ली सचिव प्रो0 कुमार रत्नम ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। अध्यक्षता प्रो0 आरएस अग्रवाल ने की।
इस सेमीनार में चैधरी चरण सिंह विवि के प्रो0 विकास शर्मा ने मुख्य वक्तव्य दिया। उन्होंने ने अपने विषय की स्थापना के क्रम में भारतीय चिंतन परम्परा में शास्तार्थ के महत्व को रेखांकित करते हुये मंडन मिश्र की परम्परा का उल्लेख करते किया। उनहोंने अंग्रेजी के उपन्यासों में भारतीय इतिहास के हस्तक्षेप को समझाया। सेमीनार के दूसरे प्रमुख वक्ता चै0 चरण सिंह विवि के डाॅ0 संजीव कुमार शर्मा ने भौतिक विषय में होने वाले शोध के नई दिशाओं का उल्लेख करते हुये नैनो साइंस मैटाबाॅलिक इंजीनियरिंग, थ्रीडी प्रिंअिग मैटिरियल आदि विषयों के नये आयाम की ओर संकत किया। मुख्य अतिथि कुमार रत्नम ने यूरो सैंट्रिक इतिहास की दृष्टि का विरोध करते हुये इतिहास की भारतीय अवधारणा को विकसित करने को बल दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्रो0 आरएस अग्रवाल ने अन्तर अनुशासिक शोध की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए शोध को बर्तमान समस्याओं से जोड़ा। सेमीनार में करीब 350 शोधकर्ताओं ने अपने शोध प्रस्तुत किए। इस दौरान आयोजन संचिव डाॅ0 रवि कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। संचालन डाॅ0 ऋचा यादव ने किया। इस अवसर पर प्राचार्या राजकीय महाविधालय पलवल प्रो0 जसवीर, डाॅ0 अरूणा शर्मा, महाविधालय संरक्षक व प्राचार्य डाॅ0 आरसी लाल, डाॅ0 नेत्रपाल सिंह, डाॅ0 अश्वनी, प्रो0 डाॅ0 राजपाल सिंह त्यागी, मीडिया प्रभारी डाॅ0 जेपी यादव, डाॅ0 अजय शर्मा, डाॅ0 िवनय कुमार त्यागी, डाॅ0 वंदना शर्मा, डाॅ0 वीसी पाण्डेय, डाॅ0 अमर सिंह कश्यप, डाॅ0 श्रवण कुमार, डाॅ0 दीप शिक्षा, डाॅ0 नीतू सिंह, डाॅ0 अरूण कुमार मौर्या, डाॅ0 वीवी त्रिपाठी, डाॅ0 अमनपाल सिंह, डाॅ0 रविकुमार, प्रो0 राजपाल त्यागी, प्रो0 अमनपाल, प्रो0 महताश, प्रो0 सीमाराज, डाॅ0 सुजाता, डाॅ0 मनीषा बालियान, डाॅ0 ममता गुप्ता आदि मौजूद रहें।
मुल्तानीमल मोदी पीजी काॅलिज में अन्तर अनुशासनिक अनुसंधान विषय पर राष्ट्रीय सेमीनार का हुआ आयोजन